शैतान की बाइबिल

 



ईश्वर ने सृष्टि का सृजन करने से पहले स्वर्ग का निर्माण किया और वहां रहने के लिए उन्होंने एंजेल्स को क्रिएट किया। इन्ही एंजेल में एक था लूसिफ़र जिसको घमंड हो गया की उसे ईश्वर के स्थान पर होना चाहिए.उसके अंदर ईश्वर की पदवी हासिल करने की इच्छा जागने लगी.इसी घमंड ईर्ष्या और लालच के साथ सबसे पहले पाप ने जन्म लिया

ईश्वर ने उसको स्वर्ग से निष्कासित कर दिया। कहते है इसी के कारण सारे पापों की शुरुआत हुई.उसने अनुयायियों को बेशुमार दौलत और शोहरत देने का वादा भी किया तभी से लोग उसकी पूजा करने लगे और इस दुनिया में बुराई का फैलाव बढ़ता चला गया यह कहानी बाइबिल में मिलती है ये लूसिफ़र के बारे में बताती है जिसे शैतान की संज्ञा दी गयी है। इसी को कुरान में इब्लीस कहा गया है।

बाइबिल का नाम तो हम सभी ने सुना है और हमे ये भी पता है की यह क्रिशयन धर्म में क्या महत्व रखती है. लेकिन आपको बता दे की ठीक बाइबिल की ही तरह एक शैतान की भी बाइबिल है। जिसका नाम है कोडेक्स गिगास।

बाइबिल, क़ुरान और भगवत गीता ऐसी किताबें हैं जिनके अंदर जीवन के महत्व के बारे में लिखा है और यही किताबें हमे सिखाती हैं की कैसे हम अपने जीवन को बेहतर बना सकते हैं और हमारा इस पृथ्वी पर क्या अस्तित्व है.इन्हीं किताबों के जरिए हमे पुराने इतिहास की जानकारी भी प्राप्त होती है, विश्व में कई ऐसी किताबें हैं जिनसे हमें अच्छाइयां सीखने को मिलीं हैं लेकिन क्या आपने ऐसी कोई किताब को पढ़ा है जिसको शैतान ने लिखा हो ? Devil Bible ऐसी ही किताब है।

जिसके बारे मे यह कहा जाता है कि इस किताब को शैतान ने लिखा था। Devil Bible के अंदर विचित्र प्रकार के संकेत और चित्र बने हुए हैं। इस किताब को दुनिया की सबसे खतरनाक किताब माना जाता है, आज तक इस किताब के लेखक के बारे में पता नहीं चल पाया और ना ही इस बात का कि उसने आखिर ऐसी शैतानी किताब क्यों लिखी होगी।

कहा जाता है की इस किताब को शैतान के हुक्म पर लिखा गया था. इस किताब की खास बात ये है की यह कागज के पन्नों पर नहीं बल्कि चमड़े के पन्नों पर लिखी गई है. शैतानी किताब में कुल 160 पन्ने मौजूद हैं और इस शैतानी किताब का वजन 75 किलो है जिसे उठाने में 2 लोगों की आवश्यकता पढती है, यह फिलहाल स्वीडन के पुस्तकालय में सुरक्षित है

यह किताब शैतानी किताब इसलिए भी मानी जाती है क्योंकि इसके पहले ही पन्ने पर शैतान का चित्र बना हुआ है। इस किताब को जिसने भी लिखा है उसने इसके 160 पन्ने मात्र एक दिन में पूरे कर दिए थे. लेकिन वैज्ञानिकों की माने तो प्राचीन समय में ऐसी किताब को एक दिन में लिखना नामुमकिन है। प्राचीन समय के तरीकों के अनुसार इस किताब को लिखने में करीब 25 से 30 वर्ष का समय लगना चाहिए।

जहा वैज्ञानिकों द्वारा इस बात को गलत ठहराया जा रहा था की ऐसी किताब को चमड़े के पन्नों पर लिखना एक दिन का काम हो ही नहीं सकता वही दूसरी ओर कुछ वैज्ञानिकों ने इस पर शोध कर के इसके पीछे छुपे राज को सामना लाए. जो शोध में ये सामने आया था की यह किताब शैतान ने एक इंसान को अपने वश में कर के 25 से 30 वर्ष में नहीं बल्कि एक ही दिन में लिखवायी थी.इस पुस्तक के अंदर 310 चर्म पृष्ठ है और 160 गधों की खाल से बनी हुई है। जो ज्यादातर शैतान के आव्हान से जुड़ी विधियों से भरे पड़े है।

इस किताब को लिखने के पीछे एक कथा का उल्लेख मिलता है। इस कथा के अनुसार एक संयासी अपने समुदाय के खिलाफ चला गया था । जिसको बाद मे मौत की सजा दी गई। और उसे मरने के लिए एक ताबूत के अंदर छोड़ दिया गया था । उसने अपने आपको साबित करने के लिए एक पुस्तक लिखने की बात कही ।

जिससे मठ के गौरव को और उंचा किया जा सके । वह जब आधी रात को पुस्तक लिखने के लिए बैठा तो उसे इस बात का एहसास हो गया था । कि उसने एक कठिन प्रतिज्ञा कर ली है। और उसने भगवान का आवाह्न करने के बजाये शैतान का आवाह्न किया और कहा कि शैतान आकर उसकी पुस्तक को पूरा कर दे । इसके बदले मे वह उसकी आत्मा ले सकता है।

इस प्रकार से शैतान ने किताब रचना को पूरा कर दिया और बदले मे उसकी आत्मा को ले लिया । ऐसा अनुमान है कि यदि लेखक बिना रूके लगातार 5 साल तक इस किताब को लिखे तो किताब पूरी हो पाएगी । वहीं यदि वह रूक रूक कर लिखता है तो इस किताब को पूरा करने मे लेखक को 25 साल का समय लग गया होगा ।

इसकी हेंडराइटिंग को देखकर तो यही लगता है कि इस किताब को एक ही लेखक ने लिखा है। ब्लैक मैजिक जैसी स्पेल लिखने के लिए तो हजारों बुक छपी होगी लेकिन सीधे शैतान की पूजा करना कौन चाहता होगा। कुछ लोगो का मानना है कि इसके पीछे इल्युमिनाटी सीक्रेट सोसायटी हो सकती है।

डेविल बाइबिल के बारे मे यह कहा जाता है कि यह किताब जिसके पास भी होती है। यह उसके लिए अशुभ मानी जाती है। इसके पिछले मालिक ने बताया कि अचानक ही अजीबोगरीब तरीके से किताब के शब्द बाहर आए और जलने लगे । जिसकी वजह से वह खुद बेहोश हो गया था और उसका मानसिक संतुलन खो गया ।

इस पुस्तक ने समय के साथ साथ कई जगह की यात्रा की है लेकिन जहां भी ये गयी लोगो में बुरे विचारों की प्रतीक बनकर रह गयी। इसे पढ़कर तो ये साफ जाहिर होता है की इस किताब को किसी शैतानी दिमाग ने ही लिखा या लिखवाया है।

अन्ततः पवित्र ग्रंथो के बारे में आपको काफी पढ़ने को मिल जाएगा। लेकिन शैतान भी किसी जरिये से खुद को इस दुनिया मे लाना चाहते है और इसके लिए वो लोगो की मानसिकता पर काबू करके उनसे गलत काम कराते है। ताकि उनका राज इस दुनिया पर कायम हो सके।



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