इल्युमिनाती

क्या है इल्युमिनाती और उसकी कहानी?

इल्लुमिनाति के बारे मैं कई लोगो ने सुना होगा, इल्लुमिनाति के बारे में समय-समय पर लोगो में भ्रम पैदा किया जाता है बहुत से लोग होंगे जिनको इल्लुमिनाति के बारे में पता नहीं होगा कि वास्तव में इल्लुमिनाति क्या चीज है और इसकी उत्पत्ति कैसे हुई है.

वास्तव में इल्लुमिनाती किसी सेक्रेट सोसाइटी का नाम नहीं बल्कि एक ‘दानवी माहौल’ का नाम है. जिसके लिए दुनिया की अनेकों संस्थाएं, ख़ुफ़िया एजेंसियां, ग्लोबल माफिया, धर्म गुरु, बैंकर्स, बिजनेसमैन,वकील, डॉक्टर, हथियार निर्माता, मीडिया घराने, लेखक, फिल्म जगत, नेता, डिप्लोमैट, खिलाड़ी, सेलिब्रिटीज, बड़े-बड़े ठग-लुटेरे एवं कत्ल करने में माहिर लोगों सहित लगभग हर पेशे से जुड़े लोग काम करते हैं.


इस समूह का गठन 1 मई 1776 में हुआ. आज के दौर में यह एक षड़यंत्रकारी संघटन के रूप में फेमस है. इस समूह के जरिए समय समय पर नए परिवर्तन के लिए घटनाओ को अंजाम दिया जाता है. कई मुल्को में सरकार और विभागों को अप्रत्यक्ष तौर पर इस संगठन के जरिए चलाया जाता है. माना जाता है कि हर निर्णय संचालित किए जाते हैं जो व्यवस्था परिवर्तन के घोतक है.

इल्लुमिनाति अपने सारे एजेंडे सीक्रेट तौर पर चलाती है. वहीं माना जाता है कि कई बड़े-बड़े सेलेब्रिटी, सरकारें और तमाम संस्थाए इस तरह के सीक्रेट एजेंडा को फॉलो करती है.इल्लुमिनाति से जुड़े लोगों को लेकर माना जाता है कि ये लोग शैतानों के पुजारी होते हैं. इल्लुमिनाति ब्रेफोमैट, लूसिफर जैसे शैतान को अपना भगवान मानते है. जो लोग इल्लुमिनाति के सदस्य हैं वे अपनी आत्मा शैतान को बेच देते है और बदले में उन्हें शोहरत और तमाम वो चीजें मिलती है जो वे चाहते हैं. इसके साथ ही जो लोग इस संस्था के सदस्य है वो समय समय पर प्रतीकों के माध्यम से ये दर्शाते है कि वो इल्लुमिनाति को फॉलो करते है. इनके प्रतीक चिह्नों में हाथो से ट्रायंगल बनाना, आँख का चिह्न, 666 नंबर और हाथ से बेफोमैट के चिह्न को बनाना है.
माना जाता है कि कई सेलिब्रिटी जिन्होंने बहुत कम समय में शोहरत हासिल की हो वास्तव में वो इल्लुमिनाति की ही देन है. कई सेलिब्रिटी ने कबूला है कि वो इसके मेंबर है.

लेकिन इल्यूमिनाटी से जुड़ते समय आपसे से शर्त रखी जाती है कि आप लोगों सामने इल्यूमिनाटी से जुड़े होने का कोई सबूत नही देंगे या इस संबंद्ध में कोई बात करेंगे। वरना आपको मार दिया जाएगा।

लोग कहते हैं मशहूर पॉप सिंगर माइकल जैक्सन भी इल्यूमिनाटी के सदस्य थे। और अंत में सब लोगों के सामने अपने को सदस्य स्वीकारा और उनकी मौत रहस्य्मय तरीके से हो गयी। मरने से पहले उन्होंने एक वीडियो भी जारी किया था और कह रहे थे अब मैं नही बचूंगा।इल्यूमिनाटी से बड़े-बड़े संगठन, संस्थाएं, खुफिया एजेंसी, धर्मगुरु, माफिया, बिजनैसमेन, वकील, डॉक्टर, मीडिया, फिल्म इंड्रस्टी, नेता, सेलिब्रिटीज, बड़े-बड़े चोर और संगठन जुड़े जुड़े होतें हैं।
कहा जाता है आपको इल्युमिनटी से जुड़ने के लिए अपनी आत्मा शैतान को बेचनी पड़ती है और जब आप मर जाओगे तब आपकी आत्मा शैतान की हो जायेगी और इसके बदले शैतान आपको अपार सफलता देगा।



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