फिल्म समीक्षा: एक्स मैकिना

 


Ex Machina

यह मूवी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) पर आधारित हैं ।

एक कंपनी, जिसका मालिक नाथन हैं, उसमे कालेब स्मिथ एम्प्लाई है । एक प्रतियोगिता के द्वारा उसे मौका मिलता है एक फिमेल AI एवा की क्षमताओं को जानने और परखने का । हालांकि नाथन पहले ही एवा पर यह टेस्ट कर चुका हैं । लेकिन वो किसी और के द्वारा यह जानना चाहता है कि वाकई में एवा में अपनी चेतना के द्वारा विचार करने औऱ किसी भी चीज के लिए सोचने समझने की क्षमता हैं या नही ।

इसके लिए ट्यूरिंग टेस्ट किया जाता हैं, जहां एक इंसान, रोबोट के साथ बातचीत करता है। और अगर इंसान यह नहीं बता सकता कि वे रोबोट के साथ बातचीत कर रहा हैं, तो रोबोट टेस्ट में पास हो गया है"

इस टेस्टिंग के लिए कालेब और एवा की रोजाना मीटिंग होती हैं । एवा कभी अपने रूम से बाहर नही निकली । वो एक मानव निर्मित रोबोट है, लेकिन व्यवहार मानवों के जैसे करती हैं । वो उस रूम से बाहर निकलना चाहती हैं, बाहरी दुनिया को महसूस करना चाहती हैं । इसके लिए वो कालेब से नज़दीकियां बढ़ाती हैं, उसके साथ रोमांटिक बातें करती हैं, नाथन को एक बुरा इंसान बताती हैं । अर्थात एवा सभी वो काम करती है जो कोई इंसान किसी को इम्प्रेस करने के लिए करता हैं ।

धीरे धीरे कालेब एवा से कनेक्ट होने लगता हैं । एवा कालेब को यह महसूस करवा देती है कि नाथन अच्छा इंसान नही है वो मुझे अपग्रेड करके मेरा अस्तित्व खत्म कर देगा । कालेब और एवा वहाँ से निकलने का प्लान बनाते हैं ।

यह बात नाथन को पता चल जाती है कि, जिस टेस्ट के लिए कालेब को बुलाया गया था उसमे एवा पास हो गई हैं । वो पूरी तरह से इंसानों की तरह सोचने समझने में माहिर हो गई हैं, दूसरों के दिमाग को किस तरह कंट्रोल किया जाता है, वो अच्छे से सीख चुकी हैं, अपने आपको बचाने और उस रूम से बाहर निकलने के लिए वो अपनी सोच, भावनाएं, सेक्सयूलिटी, चालाकी, एमपैथी इत्यादि को काम मे लेना सीख चुकी हैं और इसके लिए उसने कालेब को माध्यम बनाया है, लेकिन तब तक देर हो चुकी होती हैं । बाकी आप मूवी में देखें ।

इंसान की बेसिक इंस्टिंक्ट सर्वाइव करना हैं । सभी कुछ इसके बाद ही आता हैं । एवा में यह बेसिक इंस्टिंक्ट देखने को मिलता हैं । इसमे वो कालेब और नाथन अर्थात इन्सानों को भी पीछे छोड़ देती हैं । यह तो शुरुआत भर हैं । हमे AI के बारे में फिल्मों से जो जानने को मिलता है, वो सिर्फ सतही जानकारी होती हैं । असल मे यह काम काफी गहरे लेवल पर जा चुका हैं । आने वाले समय मे AI पूरी तरह से इंसानों को अपनी गिरफ्त में ले लेगा। अगर आप अपने आसपास नज़र डाले तो पायंगे की इंसान मशीनों पर कितना निर्भर हो चुका हैं । यह इंसानी अस्तित्व के लिए घातक है, लेकिन शुरुआत भी इंसान ने ही कि हैं । भुगतना भी उसे ही पड़ेगा ।

यह भी सम्भव है कि इंसान के रूप में कोई AI आपके आसपास ही घूम रहा हो । 😉

शुक्रिया 🦋

Movie : Ex Machina (2014)
Audio : English & Hindi
Availability : Prime Video & Telegram

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