फिल समीक्षा: गजनीकांत

 

Ghajinikanth

यह मूवी एक भुलक्कड़ इंसान पर आधारित हैं ।

नायक रजनीकांत उर्फ रजनी को भूलने की बीमारी होती हैं ।अगर वो कोई एक काम कर रहा हो और उस दौरान यदि कोई दूसरा काम आ जाएं, तो वो पहले वाले काम को बिल्कुल भूल जाता हैं । अर्थात शार्ट टर्म मेमोरी लॉस 😁 इस वजह से उसकी शादी भी नही हो पाती ।

रजनी के फादर उसके लिए एक रिश्ता ढूंढते हैं । जिसमे लड़की का बाप उससे मिलने उसके वर्किंग प्लेस पर जाता हैं । लेकिन बीच मे एक फोन अटेंड करने की वजह से गजनी भूल जाता है कि उससे कोई मिलने आया हैं । ऐसा दो बार होता है और आखिर में उस शख्स को अपनी बीमारी के बारे में खुद रजनी ही बता देता हैं ।

फिर मूवी में नायिका वंदना का आगमन होता है । रजनी उसे देखते ही पहले बार मे उस पर फिदा हो जाता हैं । वो उसे ताज़ा हवा के झोंके सी महसूस होती हैं ।

"व्हाट लागली व्हाट लागली व्हाट लागली - मूवी में यह रजनी के फोन की रिंगटोन होती हैं जो उस पर कई जगह बिल्कुल फिट बैठती हैं ।" 😄

मूवी में किसी को ब्लड डोनेट करने की वजह से वंदना और रजनी का सयोंग से मिलना होता हैं । रजनी रोजाना किसी न किसी बहाने से रोजाना वंदना से मिलने लगता हैं । इस बीच उसकी याददाश्त की सुनामी आती जाती रहती हैं । लेकिन उस सुनामी को रजनी अपने दिमाग से लोगो की हेल्प करने में दर्शा कर खुद को बचाता रहता हैं ।

वंदना अपने पिता से रजनी को मिलवाने चाहती है...पता चलता है कि रजनी का पिता वही शख्स है जो उससे मिलने उसके वर्किंग पैलेस पर आया था और रजनी ने उसे अपनी भूलने की बीमारी के बारे में बता दिया था ।

अब आगे क्या होता है वो आप मूवी में देखिए ।

"पूरी कायनात मेरा ध्यान भटकाने में लगी हैं, चाहे समुन्द्र सुख जाएं, रेगिस्तान में बाढ़ आ जाएं । मेरा ध्यान भटकाने वाला नही ।" 😎

"जिस उपभोक्ता को आपने फोन किया है उसकी लगी पड़ी हैं । कुछ सालों तक लाइन पर बने रहे या अगले जन्म का इंतेज़ार करें ।" 😂

"जीने के लिए जिंदगी, कमाने के लिए नौकरी और बाँटने के लिए प्यार खुश रहने के लिए ये तीन चीजे काफी हैं ।" 🥰

ऐसे ही कुछ खट्टे मीठे, गुदगुदाते डायलॉग के साथ मूवी आगे बढ़ती हैं । रजनी के भुलने के कारनामे मूवी में इतने जबरदस्त है कि आप खुद को हँसने से नही रोक पायंगे । साथ ही रजनी की मासूमियत, लोगो की हेल्प करने का नेचर और भोलापन भी आपको पसंद आएगा ।

वैसे तो कोई दूसरी बात आने पर रजनी का माइंड डाइवर्ट हो जाता हैं, लेकिन जब वंदना को बात हो तो वो उसे ही याद करता है । उसका ईलाज अब वंदना ही है । रजनी को डर इस बात का है कि वो अपनी शार्ट टर्म मेमोरी लोस की वजह से वंदना को न भूल जाएं तो वो हमेशा वंदना को ही याद करता है ताकि उसे भूल न सकें ।

"प्यार अच्छी अच्छी बीमारियों का ईलाज हैं ।" ☺️

मूवी अंदर रेटेड है लेकिन हंसा हंसा के लोटपोट करने वाली हैं । कुल मिलाकर गजनीकान्त एक टाइम पास एंटरटेनर मूवी है, जिसे आप अपने दोस्तों और परिवार के साथ देखने का मज़ा ले सकते हैं ।

शुक्रिया 🦋

Movie : Ghajnikanth
Audio : Hindi
Genre : Comedy, Romantic
Availability : Youtube

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