फिल्म समीक्षा: सली: मिरैकल ऑन हडसन

 

Sully: Miracle on the Hudson

यह मूवी एक विमान दुर्घटना और उसके बाद उस पर चलने वाली जांच प्रक्रिया पर आधारित हैं ।

मूवी बिल्कुल सिंपल पैटर्न पर है, इसमे किसी भी तरह का कोई ड्रामा, थ्रिल, रोमांच, वगैरह नही हैं । हो सकता हो आपको अच्छी भी ना लगे । लेकिन कुछ लोगो की पसंद हो सकती हैं । मूवी की IMDb रेटिंग 7.4/10 हैं, जो कि मूवी की अच्छी क्वालिटी को दर्शाती हैं, लेकिन फिर भी सबका अपना अपना मिज़ाज़ और पसंद होती हैं । मूवी देखने का चयन उसी आधार पर करें ।

मूवी शुरू होती है एक इन्वेस्टिगेशन से, जो कि विमान के पायलट्स पर चल रही होती हैं । चेस्ले सुलनबेर्गर उर्फ सुली इस विमान का मुख्य कैप्टन हैं। मूवी देखने पता चलता है की कैप्टन सुली इस घटना के बाद आम लोगो की नज़रों में हीरो बन जाता हैं ।

लगुआर्डिया से विमान उड़ान भरता है । कुछ समय की उड़ान के बाद ही पक्षियों के विमान के टकराने से, विमान के दोनो इंजन फैल हो जाते हैं । विमान की आपातकालीन लेंडिंग करवानी पड़ती है जो कि हडसन रिवर में होती हैं । विमान में 155 यात्री होते हैं ।
155 सिर्फ एक नंबर है लेकिन जब इन 155 पर आप चेहरे लगाते है, तो बात कुछ और हो जाती हैं । अब उन नंबर्स में विमान मेंबर्स, यात्री, उनकी फैमिली भी शामिल हो जाती हैं ।
155 नंबर पूरे होने से पहले की बेचैनी और बाद का सुखद अनुभव सुली के चेहरे के भावों से बखूबी प्रकट होता हैं ।

जांच प्रक्रिया में सिमुलेशन पायलट्स के द्वारा विभिन्न संभावनाओं के साथ विमान को सकुशल रनवे पर उतारना दिखाया जाता हैं जबकि कैप्टन सूली के अनुसार ये लगभग नामुमकिन सा था । इन्ही संभावनाओ के साथ जब ह्यूमन कारकों को जोड़ा जाता है तो विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने की संभावना बनती हैं ।

मूवी में कैप्टन सूली के अच्छे 'एक्शन' पर भी 'रिएक्शन' होते दिखाया गया है, जो दर्शाता है कि हम सभी नियमो में सभी बंधे हैं ।

यह बहुत अजीब बात है कि इंसानों ने मशीनों को बनाया और उन मशीनों से ही इंसान की तुलना की जा रही हैं । किसी भी एक मशीन को बनाने में काफी इंसानों के दिमाग का उपयोग होता है । यदि किसी घटना पर किसी एक इंसान द्वारा लिए गए तत्काल निर्णय को किसी मशीन की गणनाओं से तुलना की जाए तो क्या ये करना सही है ? जबकि उस मशीन को बनाने में कई इंसानी दिमाग का प्रयोग हुआ होता हैं ।
मशीन आखिर मशीन है और इंसान इंसान है । मशीन कभी भी इंसान की तरह व्यवहार नही कर सकती क्योकि ना तो उसमे इंसानी संवेदनाएं होती हैं और ना ही सोच विचार करने की क्षमता । वो सिर्फ उसी आधार पर काम करेगी, जिस तरह से उसको बनाया गया है, उसको आधार दिया गया हैं, सिर्फ एक अच्छी मशीन की तरह, लेकिन अच्छे इंसान की तरह कभी भी नही।

इंसानी दिमाग भी एक मशीन की तरह है, जिसमे उसके अनेकों अनुभवों का डेटा स्टोर होता रहता हैं, जो उसकी आगे की जिंदगी के लिए बहुत काम आता हैं। मूवी में कैप्टन सूली उसी डेटा को यूज करता हैं और उसका अनुभव काम भी आता हैं ।

हमारे द्वारा किए गए सभी एक्शन का रिएक्शन हमेशा होता है । एक्शन अच्छा हो या बुरा, ये रिएक्शन के लिए मायने नही रखता । रिएक्शन को बस रिएक्शन देना होता है, क्योकि ये उसका काम हैं । शायद इसीलिए सिक्के के दो पहलू होना बताया जाता हैं, एक तरफा पहलू खोटे सिक्के के समान हैं, वो "यहाँ के बाजार में" चलने योग्य नही ।

शुक्रिया 🦋

Movie - Sully: Miracle on the Hudson (2016)
Audio - English
Availability - Netflix

(टेलीग्राम पर मूवी अनऑफिशियल हिंदी डबिंग में उपलब्ध हैं ।)

Review Written by

No comments