बाहरी सब्जियां

 


क्या आपको पता है कि कौन कौन सी सब्जियां बाहरी हैं?

क्या आपको पता है अकबर ने अपनी लाइफ में कभी भी आलू नही खाया वही बाबर ने कभी भी लौकी नही खायी वही कुतुबुद्दीन ऐबक ने कभी भी फूलगोभी नही खायी। वही अशोक ने कभी टमाटर नही खाया।

आप सोच रहे होंगे ऐसा कैसे हो सकता है ये सब इतने बड़े साम्राज्य के शासक लेकिन इन्होंने ये सब क्यों नही खाये होंगे। तो आप को बता दे हमारे रोज के खाने में शामिल होने वाली सब्जियां जिनके बिना हम अपने खाने की कल्पना भी कर सकते, उनमें से बहुत सी सब्जियां भारत की है ही नहीं हैं।
यह सदियों पहले किसी न किसी तरह विदेशों से होती हुई भारत आईं और भारत की ही होकर रह गई। भारत में इनके स्वाद को इतना पसंद किया गया की यहां इसकी खेती शुरू की गयी और कब ना जाने यह हमारी जिन्दगी का अभिन्न अंग बन गई। कुछ सब्जियां तो ऐसी हैं जिनके बिना आम तौर पर रेसिपीज बन ही नहीं सकती।

अगर हम आपको बताएं वह कौन सी सब्जियां हैं तो शायद आपको एक बार को विश्वास न हो कि ये सभी सब्जियां भारतीयां किचन का अहम हिस्सा हैं। तो आइए जानते हैं ऐसी ही कुछ सब्जियों के बारे में जो कभी हमारी थी ही नही और आज ये भारतीय संस्कृति में इतनी घुल मिल गयी कि लगता ही नही है ये कभी बाहर से आई है।

भारत में जो सब्जी सबसे ज्यादा प्रचलित और लोकप्रिय है, जिसके बिना किचन की कल्पना नहीं की जा सकती उसका नाम है 'आलू'। आलू के बिना भारतीय रसोई, रसोई नहीं माना जाएगा। लेकिन आलू मूल रूप से भारत का नहीं है। आलू का इतिहास बहुत पुराना है। आलू की खेती सबसे पहले आधुनिक दक्षिणी पेरू और उत्तर-पश्चिमी बोलीविया में 8000 और 5000 ईसा पूर्व के बीच की गई थी। तब से लेकर अब तक यह दुनिया भर में फैल गया है और कई देशों में एक प्रधान सब्जी बन गया है। इसको भारत मे लाने का श्रेय पुर्तग़ाली लोगो का है।

टमाटर का इतिहास इतना पुराना कि आप हैरान रह जाएंगे। टमाटर जिस पौधे से विकसित हुआ है, वह करीब 5 करोड़ साल पहले अंटार्कटिका में विकसित हुआ था। वैसे टमाटर का विकास दक्षिणी अमेरिका में 16वीं शताब्दी हुआ था इसको सबसे पहले यूरोप क्रिस्टोफर कोलम्बस लेकर गया और वहाँ से अंग्रेज 1597 में भारत लाये। टमाटर ने अमेरिका से भारत का लंबा सफर तय किया है।

वही कई पुरातत्वविदों और वनस्पति विज्ञानियों का मानना है कि प्याज की उत्पत्ति मध्य एशिया में हुई थी। अन्य शोध बताते हैं कि प्याज पहले ईरान में उगाया गया था। मेसोपोटामिया में सबसे पहले प्याज की खेती होती थी। जो बाद में सिल्क रुट से सारे विश्व मे फैला।

फूलगोभी भारतीयां सब्जियों में एक लोकप्रिय सब्जी है। इसके बिना भारतीयां किचन अधूरा है। लेकिन इसकी उत्त्पति भारत में नहीं बल्कि साइप्रस या इटली का भूमध्यसागरीय क्षेत्र हुआ था। भारत में इसका आगमन मुगल काल में हुआ था, इसे मुगल अपने साथ लेकर आये थे। वही यूरोप से, पत्ता गोभी के खेती वाले वेरिएंट एशिया और अमेरिका में फैल गए। यह 14 वीं और 17 वीं शताब्दी के बीच पुर्तगाली भारत मे लाये थे।

भारत के खानों में इस्तेमाल होने वाला मकई या मक्का जिससे आप पॉपकॉर्न बनाते है। वो भी यहां का नहीं है। वैज्ञानिकों की माने तो इसकी खेती मध्य मेक्सिको में रहने वाले लोगों ने सबसे पहले कम से कम 7000 साल की थी।

चुकंदर "बीटा वल्गैरिस" नामक जाति के पौधे होते हैं जिन्हें मनुष्यों ने शताब्दियों पहले विकसित करा है। यह एक मूसला जड़ वाला वनस्पति है। बीट प्राचीन रोम और ग्रीस की सब्जी है। बीट की खेती या तो जर्मनी या इटली में सबसे पहले की 1542 में गई थी।

आपकी पसंदीदा सब्जी लौकी दुनिया के उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में आमतौर पर खेती की जाने वाली वनस्पति है। कुछ लोगों का मानना है कि यह सबसे पहले दक्षिणी अफ्रीका में उगाई गई थी। इसके अलावे फ्रेंच बीन्स, गोभी और गाजर भी विदेशी आयात थे।

इसके अलावा ब्रोकली, ब्रुसेल्स स्प्राउट्स, लेट्यूस ये सारी यूरोपियन सब्जियां हैं, इसलिए ये विदेशी सब्जियों में गिनी जाती हैं।

अन्ततः आप आज समझ गए होंगे जो सब्जियां कल तक देशी थी वो तो मूलतः विदेशी है। ये सब्जियां भारत मे आकर भारत की संस्कृति में मूल रूप से जुड़ गई है। जो आज हर एक घर के किचन की जान है।

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