टाईम ट्रेवल और अशोक की 9 रहस्यमयी किताबें

 


अभी हाल ही में सोनी लिव पर एक वेबसीरीज JL50 रिलीज हुई है। इस कहानी का फोकस बिंदु है टाइम ट्रैवल। इसे भारत की टाइम ट्रेवल पर एक अच्छी कोशिश मान सकते है। साइंस फिक्शन से जुड़ी ऐसी कहानियां हमे हमेशा से ही रोमांचित करती आयी है। JL50 की कहानी एक विमान क्रैश की है जिसमे सिर्फ 2 लोग ज़िंदा बचे है।

लेकिन लोग बोल रहे हैं कि ये विमान 35 साल पहले उड़ा था,इन दोनों बचे हुए लोगो की उम्र वही 35 साल पुरानी ही है उनमें कोई भी बदलाव नही आया है। एक दूसरा प्लेन AO26 हाईजैक हुआ है जिसके बदले एक नक्सली नेता को छोड़ने की मांग है।

इसकी जांच CBI को दी जाती है जिसके अफसर अभय देओल हैं। लेकिन मैं आपको बता दूं यह वेब सीरीज इतिहास की दो फेमस कॉन्सपिरेसी का हिस्सा है। पहला 35 साल पहले उड़े प्लेन का टाइम ट्रैवल और दूसरा अशोक की नौ रहस्यमयी किताब या नौ रहस्यमयी व्यक्ति।

यही है इस फ़िल्म के बेस पॉइंट जिसको लेकर इस फ़िल्म की कहानी गढ़ी गयी है। इन दोनों ही घटनाओं का जिक्र आपको इतिहास में मिल जाएगा। आप इतिहास कहाँ खोजने बैठेंगे तो सोचा क्यों न मैं ही आपको बता दूँ।

सबसे पहले जानते है अशोक के उन नौ रहस्यमयी किताब या व्यक्तियों के बारे में। आप सभी जानते होंगे सम्राट अशोक ने भारतीय उपमहाद्वीप पर 269 BCE से लेकर 232 BCE तक राज किया। कलिंग युद्ध में हुई हिंसा ने सम्राट अशोक का ह्रदय परिवर्तन कर दिया उसके बाद उन्होंने बौद्ध धर्म अपना लिया था।

बता दें कि सम्राट अशोक ने शासन को ठीक ढंग से चलने के लिए 9 रत्नों को स्थापित किया था जिनके बारे में रहस्य आज भी बरकरार है। दरअसल ये 9 किताबें थी जिनमें ऐसी जानकारियां थीं जिनके बारे में जानकार कोई इनका गलत इस्तेमाल कर सकता था।

नौ रत्नों वाली इन किताबों में पहली किताब प्रोपेगैंडा और युद्ध के मनोविज्ञान के ऊपर थी जिसमें बताया गया था की कैसे किसी शख्स की ओपीनियन को बदला जा सकता है... जैसा कि आज के समय मे आतंकी और राजनीतिक लोग करते है वर्तमान परिपेक्ष्य इसका सबसे बेहतर उदाहरण है। दूसरी किताब में शरीर विज्ञान से जुड़ी हुई बातों का जिक्र था साथ ही इसमें सिर्फ छूकर किसी को भी जान से मारने का ज़िक्र किया गया था।

कहते है मार्शल आर्ट ...जूडो कराटे...पूरे विश्व मे इसी किताब से फैली। तीसरी किताब में बायोटेक्नोलॉजी और माइक्रोबायोलॉजी का जिक्र है कहा जाता है कि इस किताब में हैजा से लेकर कई बीमारियों के उपचार की विधि लिखी है।

चौथी किताब में राजनीति से सम्बंधित चीज़ों का वर्णन किया गया था...कहते हैं कि इस किताब में राजनीति पर दिया गया ज्ञान, इस संसार के किसी भी देश पर आसानी से लागू किया जा सकता था. कहने का अर्थ यह है कि इस किताब में सार्वत्रिक(universal) राजनीति की विद्या दी गई है। पांचवी किताब संचार पर आधारित ज्ञान था.

सभी तरह का संचार, चाहे वह सांसारिक हो या आलौकिक. किताब में परग्रही जीव के बारे में जानकारी दी गयी है साथ ही उनके साथ संपर्क के बारे में भी जानकारी दी गयी है। ऐसे में कहा जाता है कि उस ज़माने में लोग एलियंस का रहस्य जानते थे।

इस क्रम में छठी किताब जो थी उसमें गुरुत्वाकर्षण “वैमानिक शास्त्र” के बारे में जानकारी दी गयी थी। सातवीं किताब में ब्रह्मांड की उत्पत्ति और टाइम ट्रैवेल का जिक्र किया गया था...इस क्रम में किताब में प्रकाश और उसकी रफ़्तार का जिक्र किया गया है।

आठवीं किताब धातुओं के रूपांतरण से जुड़ी थी। ऐसी कई कहानियां है कि पुराने ज़माने में मंदिरों में सोने की कमी हो जाने पर किसी अज्ञात ठिकाने से सोने का रिसाव होने लगता था। नौवीं और अंतिम किताब में समाज शास्त्र का जिक्र है इसमें समाज के उत्थान और उसके पतन की भविष्यवाणी की भी बातें कही गईं थी।

माना जाता है की इन 9 लोगों के धर्म की कोई पहचान नहीं बताई गई है. ये 9 अज्ञात लोग पूरे संसार की उन्नति के लिए समर्पित थे। यह कहानी काफी हद तक सही भी हो सकती है और एक मिथक भी ये मैं आप पर छोड़ता हूँ। अगर सम्राट अशोक ने ऐसा कोई कार्य किया था तो वे ज़ाहिर तौर पर दुनिया के इतिहास के महान शासक थे।

इन्ही किताबो में से एक किताब का जिक्र इस सीरीज में किया गया है जो टाइम ट्रेवल पर आधारित है। सबसे अच्छी बात इस सीरीज की..जो मुझे धांसू लगी कि हम टाइम ट्रेवल कर सकते है वर्म होल के जरिये लेकिन वर्महोल को बनाने के लिए हमारे पास इतनी एनर्जी नही है तो टाइम ट्रेवल मुमकिन कैसे हो।

तो इसी किताब में वो रहस्य है कि इस ब्रह्मांड में वर्म होल पहले से मौजूद है बस हमे तो उन्हें ढूढ़ना है। और इसी के जरिये हुआ है टाइम ट्रेवल।

वही दूसरी कहानी का स्त्रोत है अमेरिका के न्यूयॉर्क से जा रहे प्लेन 914 की। अमेरिका के न्यूयॉर्क से साल 1955 में एक विमान ने उड़ान भरी थी। विमान संख्या 914 में कुल 57 यात्री सवार थे जो न्यूयॉर्क से मयामी जा रहे थे।

लेकिन वह विमान मयामी पहुंचा ही नहीं। जबकि आज के समय में भी एक साधारण विमान न्यूयॉर्क से मयामी तक पहुंचने में औसतन साढ़े तीन घंटे का समय लेता है। लेकिन यहां हम साल 1955 की भी बात करें तो अधिकतम 5 घंटे में विमान को मयामी पहुंच जाना चाहिए था।

लेकिन पूरी दुनिया उस वक्त दुविधा में पड़ गई जब 1955 में गायब हुआ विमान संख्या 914, ठीक 37 साल बाद 1992 में लैटिन अमेरिकी देश वेनेजुएला की राजधानी काराकास के एयरपोर्ट पर लैंड हुआ। लेकिन सबसे हैरान कर देने वाली बात यह थी कि इस विमान के बारे में एयरपोर्ट के कंट्रोल टावर में भी कोई जानकारी नहीं थी।

कुछ लोग सवाल उठा रहे थे कि आखिर इतने समय से ये प्लेन कहां था? ये कहाँ उड़ रहा था?, इसका ईंधन खत्म क्यों नहीं हुआ?, क्या ये किसी खुफिया मिशन पर था?इस सबके बाबजूद प्लेन के ब्लैक बॉक्स से मिली वॉयस रिकॉर्डिंग के कुछ अंश है जो कुछ इस तरह है। बातचीत में- पायलट कहता है, हम कहां है?

एयर ट्रैफिक कंट्रोल से आवाज आती है, ये वेनेजुएला है, आप कहां से आए हैं?। पायलट जवाब देता है, हम न्यूयॉर्क से आए हैं और ये फ्लाइट नंबर-914 है, मियामी फ्लोरिडा के लिए। कंट्रोल पैनल से आवाज आती है, तुम इतनी बड़ी गलती कैसे कर सकते हो? तुम 2000 किलोमीटर गलत कैसे आ गए?

इसके बाद कंट्रोल पैनल पर बैठा शख्स डायरी चेक करता है, तो पता चलता है कि जिस प्लेन का जिक्र किया जा रहा है, उसने 1955 में आखिरी उड़ान भरी थी। कंट्रोल पैनल कंफ्यूजन में प्लेन को उतरने की इजाजत देता है। बताया जाता है कि जब अफसर उसकी जांच के लिए पहुंचते हैं, तब तक प्लेन गायब हो जाता है।

कुछ देर बाद आसमान में फिर लापता हो गया। जिसके बाद से दोबारा उस विमान का कोई पता नहीं चल पाया है।

अन्ततः इन्ही दोनो कहानियों को माध्यम बनाकर JL50 वेबसीरीज की कहानी गढ़ी है जो टाइम ट्रेवल के ताने बाने को बुनने की कोशिश करती है और भूत में जाकर वर्तमान को सही करने की कोशिश करती है। यह 4 पार्ट में है कहानी को अगले भाग के लिए छोड़ दिया है



No comments